विश्व हिंदी दिवस 2024 थीम “हिंदी पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुद्धिमत्ता को जोड़ना”

भले ही बात चीत के लिए कई लोकल भाषा पूरे भारत में बोला जाता है लेकिन हिंदी का का महत्व कुछ अगल जी है, हिंदी एक ऐसी भाषा है को अधिकांस भारतीयों को एक धागे में पिरो कर रखती है भले ही आजकल लोगो का झुकाव विदेशी भाषा अंग्रेजी की तरफ ज्यादा क्यों न हो लेकिन हिंदी हमारे राजभाषा और आधिकारिक भाषा के रूप में हिंदी को जाना जाता है भारतीय मूल के लोग जो विदेशों में बसे है उनको हिंदी एक अलग पहचान दिलाती है ।

आजकल हिंदी भाषा भारत के अलावा अन्य प्रमुख देशों में भी बोला जाता है जहा भारतीय लोग रहते है, हिंदी भाषा को प्रचार प्रसार और इसे बढ़ावा देने के लिए हर साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस मनाया जाता है।

हिंदी दिवस मनाने का उद्देश्य :-

जहा एक ओर हिंदी पूरे विश्व में बोली जाने वाली प्रमुख 5 भाषाओं में से एक है वही विश्व में करोड़ों लोग हिंदी भाषा में बात विचार करते है। दक्षिण प्रसांत महासागर के मेलानाशिया में फिजी नाम का एक देश है जहा पर हिंदी भाषा को आधिकारिक भाषा का मान्यता प्राप्त है, विश्व आर्थिक गड़ना मंच के कैलकुलेशन के अनुसार विश्व के 10 प्रमुख शक्तिशाली भाषाओं में से एक हिंदी है।
हिंदी दिवस मनाने का मुख्य उद्देश्य यह है की इस भाषा को विश्व स्तरीय पहचान मिले और अधिक से अधिक लोग इस भाषा उपयोग कर सके।

2017 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी में हिंदी का शब्द जोड़ा गया

आपको बता दे की हिंदी भाषा का विस्तार प्रतिदिन हो रहा है इस भाषा की लोकप्रियता को देखते हुए साल 2017 में ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी ने हिंदी के कुछ प्रमुख शब्द को अपने शब्दकोश में जोड़ा है जो कुछ इस प्रकार है – बड़ा दिन, अच्छा, बच्चा और सूर्य नमस्कार, एकदम, चौधरी, झुग्गी, टाइमपास, ढाबा, चुप, नाटक, चमचा, बापू, दादागिरी, अच्छा, गुलाब जामुन, जुगाड़ , हड़ताल, डब्बा, आत्मनिर्भर, आधार, यार,मिर्च मसाला इत्यादि को ऑक्सफोर्ड ने अपने शब्दकोश में अस्थान दिया।

हिंदी दिवस का इतिहास

विश्व हिंदी दिवस का इतिहास का बात किया जाय तो विश्व में सबसे पहले हिंदी दिवस 10 जनवरी 1974 को महाराष्ट्र के नागपुर में आयोजित किया गया था जिसमे 30 देशों के 122 प्रतिनिधि भाग लिए हुए थे इस आयोजन का मुख्य उद्देश्य पूरे विश्व भर में हिंदी भाषा का प्रचार प्रसार करना था महाराष्ट्र के नागपुर में विश्व हिंदी दिवस मनाने के बाद सर्वप्रथम यूरोपीय देश नार्वे में भारतीय दूतावास में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था।


इसके प्रकार यह सबसे पहले पहली बार विश्व में विश्व हिंदी दिवस मनाया गया था।आगे इस क्रम में दूसरा और तीसरा विश्व हिंदी दिवस भी नार्वे के ही सूचना एवं सांस्कृतिक फोरम के तत्वाधान में लेखक सुरेश चन्द्र शुक्ल की अध्यक्षता में बहत ही अच्छे से मनाया गया रहा। साल 2006 में भारत के तत्कालीन प्रधानमंत्री डॉ मनमोहन सिंह ने घोषणा किया की प्रत्येक वर्ष 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाएगा तब से प्रत्येक साल 10 जनवरी को विश्व हिंदी दिवस के रूप में मनाया जाता है।

इस साल क्या है विश्व हिंदी दिवस की थीम ?

हर साल विश्व हिंदी दिवस के मौके पर इसको मनाने के लिए एक थीम निर्धारित किया जाता है बात करें इस साल की विश्व हिंदी दिवस की थीम के बारे में तो इस साल का थीम “हिंदी पारंपरिक ज्ञान से कृत्रिम बुद्धिमत्ता को जोड़ना” पर केंद्रित रहेगा।

हिंदी भाषा हम भारतीयों के लिए एक गौरवपूर्ण अनुभूति प्रदान करता है अधिकांश भारतीय हिंदी भाषा के द्वारा एक दूसरे से जुड़े हैं यहां तक की भारत का आधिकारिक भाषा भी हिंदी है । हिंदी भाषा केवल भारत में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी मुख्य भाषा के रूप में बोला जाता है अगर हम बात करें फिजी देश के बारे में तो उसका भी आधिकारिक भाषा हिंदी है, विश्व आर्थिक घटना मंच के अनुमान के अनुसार हिंदी भाषा विश्व की 10 प्रमुख शक्तिशाली भाषाओं में से एक है

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